रास्ट्रीय शाह समाज फाउंडेशन इंडिया ट्रस्ट का दस वर्ष में किया गया कार्य।




पसमांदा समाज का सबसे बड़ा मुस्लिम संगठन ने भाजपा को दिया समर्थन, फकीर समाज ने लोकसभा चुनाव में अपना समर्थन पत्र प्रधानमंत्री मोदी को भेजा

Published On : 17?4?24

उत्तर प्रदेश: लखनऊ, पसमांदा समाज का सबसे बड़ा मुस्लिम संगठन राष्ट्रीय शाह समाज फाउंडेशन इंडिया ने भाजपा को समर्थन पत्र देकर यूपी के पहले चरण लोकसभा चुनाव में सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना और मुरादाबाद के शाह अलवी सांई ( फ़क़ीर) समाज से अपील की है कि समाज के लोग यूपी समेत सम्पूर्ण देश मे भाजपा के चुनाव चिन्ह कमल पर ही अपना मत दें! संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट चांदनी शाहबानो ने कहा पिछले दशक में हुए फ़क़ीर समाज पर अत्याचार और दुर्व्यवहार का बदला, जातीय भेदभाव को मिटाने के साथ साथ अपने अधिकारों को छीनने का मौका फकीर समाज इस बार जाने नहीं देगा। एक पत्र के माध्यम से पीएम मोदी और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को भेजे गए पत्र के साथ समाज के लिए भी संगठन ने मीडिया के माध्यम से प्रेस नोट जारी किया है।

Upload Date- 17-04-2024



पसमांदा समाज का सबसे बड़ा मुस्लिम संगठन ने भाजपा को दिया समर्थन, फकीर समाज ने लोकसभा चुनाव में अपना समर्थन पत्र प्रधानमंत्री मोदी को भेजा

Published On : 17?04?024

उत्तर प्रदेश: लखनऊ, पसमांदा समाज का सबसे बड़ा मुस्लिम संगठन राष्ट्रीय शाह समाज फाउंडेशन इंडिया ने भाजपा को समर्थन पत्र देकर यूपी के पहले चरण लोकसभा चुनाव में सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना और मुरादाबाद के शाह अलवी सांई ( फ़क़ीर) समाज से अपील की है कि समाज के लोग यूपी समेत सम्पूर्ण देश मे भाजपा के चुनाव चिन्ह कमल पर ही अपना मत दें! संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट चांदनी शाहबानो ने कहा पिछले दशक में हुए फ़क़ीर समाज पर अत्याचार और दुर्व्यवहार का बदला, जातीय भेदभाव को मिटाने के साथ साथ अपने अधिकारों को छीनने का मौका फकीर समाज इस बार जाने नहीं देगा। एक पत्र के माध्यम से पीएम मोदी और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को भेजे गए पत्र के साथ समाज के लिए भी संगठन ने मीडिया के माध्यम से प्रेस नोट जारी किया है।

Upload Date- 17-04-2024



AIBE 18 Result 2024 Declared: बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने 18वीं एआईबीई का रिजल्ट किया जारी, चांदनी शाहबानो ने पहले ही अटेम्प्ट में पास की AIBE परीक्षा,

Published On : 29.03.24

लखनऊ: चांदनी शाहबानो ने सेल्फ स्टडी करते हुए AIBE एग्जाम को पहले ही प्रयास में क्लियर कर दिया. वह सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं. उन्होंने बताया कि लोग महिलाओं को कमजोर समझते हैं, इसमें बदलाव लाने के लिए खुद महिलाओं को ही आगे आना होगा। खुद को सुरक्षित समझें, निडर होकर जीवन में अपने फैसले ले सकें इसके लिए शिक्षा सबसे सरल और सहज उपाय है जो आपको सफलता दिला सकता है। आपको बताते चलें कि शाहबानो स्वयं सेवी संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच सूफ़ी शाह मलंग प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय संयोजिका एवम राष्ट्रीय शाह समाज फाउंडेशन इंडिया की बतौर राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में सेवा कार्य करती आ रही हैं।

Upload Date- 29-03-2024



साईं (जाति) इन्हें सैन (sain) के नाम से भी जाना जाता है,

Published On : 16.03.024

साईं एक मुस्लिम जाति है। जो अधिकांश समुदाय बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश सहित कई अन्य भारत के राज्यों में पाए जाते हैं। साईं उत्तर भारत में सूफी दरगाहों से जुड़े कई मुस्लिम भिक्षु समुदायों में से एक हैं। वे मुहर्रम त्योहार के लिए ताजिया बनाने के साथ-साथ उनका पारंपरिक व्यवसाय तक्यादार था, लेकिन समय के साथ-साथ बहुत कम लोगों ने भूमि का अधिग्रहण किया है, जो कि उनकी कथित पवित्रता के कारण अन्य समुदायों द्वारा उपहार में दी गई है। बहुत से लोग अब सीमांत किसान या बटाईदार हैं। इनकी उत्पत्ति के बारे में ऐसा माना जाता है कि सेन राजवंश भारतीय उपमहाद्वीप में एक प्रारंभिक मध्ययुगीन हिंदू राजवंश था, जिसने १२वीं शताब्दी के मध्य से बंगाल पर अपना प्रभुत्व स्थापित किया था। सेन जाति, लक्ष्मण सेन के ताम्रसन के अनुसार बल्लाल सेन की पुस्तक क्षत्रियाचार्य ब्राह्मण और राज्यधर्मासराय ब्राह्मण में शिलालेखों में वर्णित सैन राजवंश के रूप में राज्यधर्म क्षत्रियवृत्ति का अभ्यास करने के लिए राजशाही में मिले विजया सेन काल के देवपरा प्रस्थी में उमापतिधर के पद्य में ब्रह्मक्षत्रिय सेन जाति का वर्णन अधिक लोकप्रिय है। लिखित पुस्तक के अनुसार, सेन वंश का पतन 900वीं शताब्दी से पहले का है। हालांकि सेन साम्राज्य के पतन के बारे में जाना जाता है, लेकिन सेन राजवंश के पतन के बारे में पता नहीं है। 1200 साल की गुलामी मुसलमानों की हुई और फिर अंग्रेज़ों की. अब इसमें ये लोग धर्म परिवर्तन के दौरान सैन राजवंश से सैन मुस्लिम और क्षत्रियवृत्ति अभ्यास त्याग कर ब्रह्मक्षत्रिय सेन जाति से भिक्षु समुदाय वाले मुस्लिम साईं जाति में कन्वर्ट हो गए। प्रकृति से साईं मनमौजी, निर्भीक, स्पष्टवादी, सौंदर्यप्रेमी, भावुक, विरोधियों के प्रति उग्र एवं सहयोगियों के प्रति सहृदय उदार और बुद्धि के दूरदर्शी, कुशल, मर्म तक पहुँचनेवाले तथा देशकाल की गति को अच्छी तरह पहचानने वाले होते हैं। यह आज भी हिंदू बाहुल्य क्षेत्रों में रहना ज्यादा पसंद करते हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण आध्यात्मिक गुरु और मुस्लिम फकीर शिरडी के साईं बाबा उनका सम्मान हिंदू और मुस्लिम दोनों करते हैं। साईं अवधी बोली बोलते हैं, और जोगी फकीर , एक अन्य मुस्लिम भिक्षु समुदाय के साथ बहुत कुछ समान है। उनके मूल जाति फ़कीर में कई उप-मंडल हैं, जिनमें मुख्य हैं शाह, मदारी, रफाई, जलाली, मेवाती, अलवी, दीवान, दरवेश, कलन्दर, चिश्ती, क़ादरी, साबरी, वारसी और सदा-सोहगल। साईं शाह अलवी फकीर अंतर्विवाही हैं, करीबी रिश्तेदारों के भीतर शादी कर रहे हैं। यह समुदाय सुन्नी मुसलमान हैं , राजस्थान के कुछ हिस्सों में, साईं को बनवा या झुंझुनवाटी साईं कहा जाता है। (

Upload Date- 16-03-2024



सूफ़ी शाह मलंग मुस्लिम संगठन ने किया CAA लागू होने का स्वागत, क्या दिए तर्क केंद्र सरकार ने देश में सीएए को लागू कर दिया है

Published On : 12.03.024

Updated on: Mar 12, 2024 | 3:16 PM देश में सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लागू कर दिया है. इस बीच, सरकार के इस फैसले का मुस्लिम सूफ़ी शाह मलंग समाज ने स्वागत किया है. राष्ट्रीय शाह समाज फाउंडेशन इंडिया की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवम मुस्लिम राष्ट्रीय मंच सूफ़ी शाह मलंग प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय संयोजिका चांदनी शाहबानो ने कहा है कि नागरिकता संशोधन कानून दुनिया के कई देशों में पहले से लागू है. यह कानून देश की तरक्की और अमन के लिए जरूरी है. उन्होंने ने बताया कि पिछले साल मुख्य संरक्षक इंद्रेश कुमार की अध्यक्षता में 6 जून से 10 जून तक भोपाल में हुए चार दिवसीय कार्यशाला में मंच ने 11 मुद्दों पर ध्वनिमत से प्रस्ताव पारित किया था, जिनमें समान नागरिक संहिता (UCC- यूनिफॉर्म सिविल कोड) और नागरिक संशोधन कानून (CAA – सिटिजनशिप अमेंडमेंड एक्ट) भी शामिल था. ‘देश के हर मुसलमान को स्वागत करना चाहिए’ राष्ट्रीय शाह समाज फाउंडेशन इंडिया के राष्ट्रीय संगठन संयोजक एवम राष्ट्रीय संयोजक सूफी शाह मलंग प्रकोष्ठ (एम.आर.एम ) मोहम्मद ताहिर शाह ने बताया कि भोपाल कार्यशाला जिसमें मंच के एक हजार से अधिक बुद्धिजीवी, कार्यकर्ता तथा विभिन्न अधिकारियों ने शिरकत की थी, उसमें सर्वसम्मति से फैसला लिया गया था कि देश के हर मुसलमान को इसका स्वागत करता है। सूफ़ी शाह मलंग के राष्ट्रीय सह संयोजक सैय्यद सूफ़ी ज़ियारत अली शाह मलंग हक्कानी के मुताबिक, सीएए लोगों को नागरिकता देता है न की छीनता है. इससे मुसलमानों का कोई लेना-देना नहीं है. इसलिए अगर इस्लाम और मुसलमानों के तथाकथित रहनुमा और मजहबी ठेकेदार नफरत, हिंसा और भड़काने का काम करते हैं तो ऐसे देश के गुनहगारों को मुसलमान तवज्जो नहीं देता है।

Upload Date- 12-03-2024



मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक एवम मार्गदर्शक परम आदरणीय श्री. इंद्रेश कुमार जी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में 17 से 24 फरवरी तक सम्पूर्ण भारत में सद्भावना सप्ताह मनाने का संकल्प

Published On : 14.02.24

लखनऊ: मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक एवम मार्गदर्शक परम आदरणीय श्री. इंद्रेश कुमार जी के 18 फरवरी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में आगामी 17 से 24 फरवरी तक देश मे सद्भावना सप्ताह मनाने का संकल्प लिया हैं। इस सप्ताह के दौरान रक्तदान शिविर, मस्जिद/ मदरसा/दरगाहों में दुआ, चादरपोशी, आयते करीमा, बच्चों को कॉपी-पेंसिल, कम्बल वितरण, इज्जत की रोटी, लायब्रेरी, मरीजों को फल वितरण, गायों को चारा, मछलियों को दाना, पंछियों को दाना खिलाना, भंडारे का आयोजन करना, पौधा रोपण और रेहान यानी तुलसी के पौधे वितरण करना आदि प्रमुख रूप से शामिल है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच सूफीसंत शाह मलंग प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय संयोजिका एवम राष्ट्रीय शाह समाज फाउंडेशन इंडिया की राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट चांदनी शाहबानो ने बताया कि इन कार्यक्रमो के दौरान मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के उद्देशयों के बारे मे जानकारी देना एवम आदरणीय इंद्रेश कुमारजी के जीवन और कार्य का परिचय देने के साथ ही साथ कार्यक्रम के बाद,उसकी रिपोर्ट, फोटो,और प्रेस कटिंग के कॉपी मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के ईमेल आईडी पर भेजे जाएंगे।

Upload Date- 14-02-2024



शाह टाइम्स न्यूज़: फ़कीर समाज को लेकर भारत का पहला ओपिनियन सर्वे,जानें देश की जनता किसके साथ?

Published On : 27.12.23

देश। हिंदुस्तान में फ़कीर समाज को संगठित करने को लेकर सभी स्थानीय और राष्ट्रीय तंजीमें अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुटी हुई हैं. देश के कोने कोने में चल रही फ़कीर समाज की तंजीमें खुद को बड़ा साबित करने के लिए दावा किया जा रहा है. फकीरों की आबादी सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में हैं. ऐसे में राज्य का महत्व बढ़ जाता है. मजबूत संगठन सर्वे में पहले यूपी की फ़कीर समाज जनता का मन टटोलने की कोशिश की गई है. जिसमें सी वोलेंटियर ने शाह टाइम्स न्यूज़ के लिए फ़कीर समाज को लेकर भारत का पहला ओपिनियन सर्वे किया है. यह ओपिनियन सर्वे बेहद हैरान करने वाले रहे हैं. आपको बताते हैं कि हिंदुस्तान में फ़कीर समाज को संगठित करने को लेकर सभी स्थानीय और राष्ट्रीय तंजीमों के इस सबसे बड़े ओपनियन सर्वे में शाह अलवी एसोसिएशन, जमाते अल्विया हिन्द, मुगल राष्ट्रीय शाह समाज फाउंडेशन और शाह समाज महासभा को कितने वोलेंटियर शेयर और कितनी पॉपुलरटी मिलने की संभावना है. ओपनियन सर्वे के अनुसार, यूपी में सभी स्थानीय और राष्ट्रीय तंजीमों को महज़ 10 प्रतिशत वोलेंटियर शेयर मिल रहा है. जबकि इरफ़ान रहम अली खान की शाह अलवी एसोसिएशन के हिस्से में 5 प्रतिशत वोलेंटियर शेयर जाता नजर आ रहा है. और जमाते अल्विया हिन्द, मुगल राष्ट्रीय शाह समाज फाउंडेशन और देश की अन्य राज्यों की स्थानीय तंजीमों को महज 2-4 वोलेंटियर शेयर मिलने की संभावना है. वहीं विहार राजस्थान गुजरात मध्य प्रदेश की स्थानीय तंजीमों को 0-2 वोलेंटियर शेयर मिल सकती हैं. सर्वे में सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय राष्ट्रवादी तंजीम राष्ट्रीय शाह समाज फाउंडेशन इंडिया को 80-89 वोलेंटियर शेयर मिलने की संभावना है. हैरान करने वाले तथ्य सामने आये है कि पॉपुलरटी में यह तंजीम देश की प्रमुख सामाजिक संगठनों को भी मात दे सकती है। संगठन संचालिका प्रमुख राष्ट्रीय शाह समाज फाउंडेशन इंडिया, चांदनी शाहबानो की राष्ट्रवादी और सर्वधर्म समभाव की विचारधारा लोकप्रियता में चार चांद लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। नोट: शाह टाइम्स न्यूज़ के लिए फ़कीर समाज की विभिन्न उपनाम वाले जैसे शाह सांई अलवी दीवान मदार दरवेश छप्परबन्द कलन्दर चिश्ती क़ादरी शोहवर्दी साबरी वारसी जोगी आदि सी-वोलेंटियर ने 2024 का पहला ओपिनियन सर्वे किया है. सर्वे देश में 28 राज्य और 8 संघ राज्य क्षेत्र से 13 हजार 115 लोगों से बात की गई है. सर्वे 15 दिसंबर से 21 दिसंबर के बीच किया गया है. इसमें मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है. सर्वे के नतीजे पूरी तरह से लोगों से की गई बातचीत और उनके द्वारा व्यक्त की गई राय पर आधारित हैं. इसके लिए शाह टाइम्स न्यूज़ ज़िम्मेदार नहीं है.

Upload Date- 27-12-2023



मुस्लिम राष्ट्रीय मंच मनाएगा आज़ादी की राखी कार्यक्रम, सेना के जवानों तक पहुंचेगी राखी

Published On : 27.08.23

लखनऊ: मुस्लिम राष्ट्रीय मंच शाह मलंग प्रकोष्ठ ने आज़ादी का अमृत महोत्सव के तहत 30 अगस्त को लखनऊ में आज़ादी की राखी कार्यक्रम का आयोजन किया है. इस कार्यक्रम के तहत शाह समाज के छात्राओं को राखी बनाने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। शाह मलंग प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय संयोजिका चांदनी शाह बानो ने बताया कि रक्षाबंधन के पावन पर्व में आज़ादी के अमृत महोत्सव के तहत कार्यक्रम का आयोजन कर शाह समाज की छात्राओं के साथ युवाओं में देश प्रेम पर जागृति लाने के लिए समाज में मौजूद विसंगतियों को पाटने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि शाह समाज की बच्चियों द्वारा तैयार की गई राखियों को सेना के जवानों को भेजा जाएगा। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों के मन में राष्ट्र प्रेम की भावना जागृत करना और उनके आत्म विश्वास को सबल करना है।

Upload Date- 27-08-2023



मुस्लिम राष्ट्रीय मंच शाह मलंग प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक ताहिर शाह ने गुरुवार को राष्ट्र रक्षा युवा वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अभिजीत विशेन से औपचारिक मुलाकात की।

Published On : 17.08.023

लखनऊ , 17 अगस्त - मुस्लिम राष्ट्रीय मंच शाह मलंग प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक ताहिर शाह ने गुरुवार को राष्ट्र रक्षा युवा वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अभिजीत विशेन से राष्ट्रीय कार्यालय इंदिरा नगर लखनऊ पर औपचारिक मुलाकात की, शाह ने राष्ट्र रक्षा युवा वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अभिजीत विशेन को पुष्पगुच्छ भेंट किया। इस अवसर पर शाह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को शाह मलंग समाज की ओर से शुभकामनाएं देकर आभार जताया ।

Upload Date- 17-08-2023
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