Updated on: Mar 12, 2024 | 3:16 PM देश में सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लागू कर दिया है. इस बीच, सरकार के इस फैसले का मुस्लिम सूफ़ी शाह मलंग समाज ने स्वागत किया है. राष्ट्रीय शाह समाज फाउंडेशन इंडिया की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवम मुस्लिम राष्ट्रीय मंच सूफ़ी शाह मलंग प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय संयोजिका चांदनी शाहबानो ने कहा है कि नागरिकता संशोधन कानून दुनिया के कई देशों में पहले से लागू है. यह कानून देश की तरक्की और अमन के लिए जरूरी है. उन्होंने ने बताया कि पिछले साल मुख्य संरक्षक इंद्रेश कुमार की अध्यक्षता में 6 जून से 10 जून तक भोपाल में हुए चार दिवसीय कार्यशाला में मंच ने 11 मुद्दों पर ध्वनिमत से प्रस्ताव पारित किया था, जिनमें समान नागरिक संहिता (UCC- यूनिफॉर्म सिविल कोड) और नागरिक संशोधन कानून (CAA – सिटिजनशिप अमेंडमेंड एक्ट) भी शामिल था. ‘देश के हर मुसलमान को स्वागत करना चाहिए’ राष्ट्रीय शाह समाज फाउंडेशन इंडिया के राष्ट्रीय संगठन संयोजक एवम राष्ट्रीय संयोजक सूफी शाह मलंग प्रकोष्ठ (एम.आर.एम ) मोहम्मद ताहिर शाह ने बताया कि भोपाल कार्यशाला जिसमें मंच के एक हजार से अधिक बुद्धिजीवी, कार्यकर्ता तथा विभिन्न अधिकारियों ने शिरकत की थी, उसमें सर्वसम्मति से फैसला लिया गया था कि देश के हर मुसलमान को इसका स्वागत करता है। सूफ़ी शाह मलंग के राष्ट्रीय सह संयोजक सैय्यद सूफ़ी ज़ियारत अली शाह मलंग हक्कानी के मुताबिक, सीएए लोगों को नागरिकता देता है न की छीनता है. इससे मुसलमानों का कोई लेना-देना नहीं है. इसलिए अगर इस्लाम और मुसलमानों के तथाकथित रहनुमा और मजहबी ठेकेदार नफरत, हिंसा और भड़काने का काम करते हैं तो ऐसे देश के गुनहगारों को मुसलमान तवज्जो नहीं देता है।
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